सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान: इन नियम से हो सकता है पैसों का नुकसान

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सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान: केंद्र सरकार द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की गई है, यह योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजनाओं में से है। इस योजना में अधिक ब्याज दर के साथ टैक्स में छूट जैसे फायदे भी मिलते हैं। इस सुकन्या योजना के अंतर्गत जिन परिवारों में 0 से 10 वर्ष के बीच आयु की बेटी है, वे परिवार इसका लाभ उठा सकता है। लेकिन दूसरे योजनाओं की तरह सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान है। यदि आप भी अपनी छोटी लाड़ली बिटिया के नाम पर Sukanya Samriddhi Yojana के तहत अकाउंट खुलवाना चाहते हैं, तो Sukanya Samridhhi Yojana Nuksan के बारे में अवश्य जान लें।

यदि आप सुकन्या समृद्धि योजना के फायदे और सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप नीचे दिए गए आर्टिकल को एक बार जरुर पढ़ें आर्टिकल में हम पूरी जानकारी देंगे और हर पहलु पर चर्चा करेंगे।

Table of Contents

सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान

आर्टिकल का नामसुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान
योजना का नामसुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana ke Nuksan)
योजन प्रकारकेंद्र सरकार
साल2023 -2024
ऑफिसियल वेबसाइट 
Minimum Investment250
Maximum Investment1,50,000
Policy Maturity Period15 साल
एक परिवार में अधिकतम निवेश2

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Sukanya Samriddhi Yojana ke nuksan

सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान निम्नलिखित है:

  1. लंबे समय तक पैसा फंसना,
  2. एक साल में अधिकतम निवेश राशि 1 लाख 50 हजार होना,
  3. न्यूनतम निवेश राशि 250 जमा नहीं हो पाने पर पेनल्टी भरना होगा,
  4. हर 3 महीने पर ब्याज दर बदलने की आशंका,
  5. अन्य निवेश विकल्पों में ज्यादा रिटर्न मिलना,
  6. 5 वर्ष से पहले सुकन्या समृद्धि खाता बंद नहीं करवाने की सुविधा,
  7. अधिकतम निवेश करने की आयु 10 साल तय होना,
  8. योजना के परिपक्वता के बाद बेटी को पैसा मिलना,
  9. एक परिवार में अधिकतम 2 ही खाता खोला जाना,
  10. मैच्योरिटी के बाद सुकन्य खाता-विस्तार करने की सुविधा नहीं,
  11. शिक्षा के लिए अधिकतम 50 प्रतिशत राशि ही निकाल सकते हैं,
  12. रिश्तेदारों को सुकन्या खाता खुलवाने की अनुमति नहीं,
  13. ऑनलाइन निवेश करने की सुविधा नहीं।

सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान

Sukanya Samriddhi Yojana ke nuksan: सरकार के कुछ नियमों और प्रतिबंधों के कारण सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान अनेकों हैं, इन नियमों और प्रतिबंधों के कारण इसमें निवेश करने वालों को होने वाले नुकसान होते है नीचे उल्लेखित हैं-

बहुत लंबे समय तक पैसा फंसा रहना

सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान: सुकन्या समृद्धि योजना का बड़ा नुकसान यही है कि इस योजना के तहत  खाता में जमा होने वाला पैसा आप लंबे समय तक निकाल नहीं सकते हैं। निवेश के बाद लम्बा इन्तजार करना होता है। निवेश 15 साल तक लगातार करना होता है, बेटी के 18 साल होने पर 50% शिक्षा के लिए निकाल सकते हैं। इससे पहले आप अकाउंट से एक भी पैसा नहीं निकाल सकते, यह इसका एक बड़ा नुकसान है।

प्रतिवर्ष अधिकतम जमा राशि सीमा तय होना

सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान में दूसरा नुकसान यह है कि इस योजना के अंतर्गत 1.5 लाख रुपए से अधिक पैसा जमा नहीं कर सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट में प्रतिवर्ष मिनिमम 250 रूपए और अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक ही जमा किया जा सकता है।

न्यूनतम राशि जमा नहीं कर पाए तो पेनल्टी का प्रावधान

जैसा कि आप जानते हैं कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख प्रति वर्ष जमा कर सकते हैं। न्यूनतम 250 रुपए प्रतिवर्ष और अधिकतम 1.5 लाख प्रतिवर्ष प्रति वर्ष जमा करने का लिमिट सुकन्या समृद्धि योजना का तीसरा नुकसान यह है। जमा नहीं करने पर 50 रु पेनाल्टी भरना पड़ेगा जितने साल तक आप पैसा खाते में जमा नहीं करते।

ब्याज दर परिवर्तित होते रहना

सुकन्या समृद्धि योजना के तहत मिलने वाला ब्याज दर निर्धारित नहीं रहता है, आरबीआई के दिशा निर्देशों के अनुसार तिमाही के लिए सुकन्या समृद्धि योजना की नई ब्याज दर निर्धारित होता है। नया ब्याज दर सभी नए और पुराने सुकन्या खातों पर स्वतः लागू हो जाती है, इससे मिलेने वाला रिटर्न (ब्याज) पर प्रभाव पड़ता है। वर्तमान समय में Sukanya Samriddhi Scheme के तहत 7.60% की दर से  ब्याज मिलता है।

बाजार में उपलब्ध अन्य निवेश विकल्पों में ज्यादा रिटर्न का मिलना

सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान यह भी है कि, बाजार में मौजूद ऐसे तमाम विकल्प से तुलना करें तो बाजार में मौजूद विकल्प इससे ज्यादा ब्याज देते हैं। हलाकि बैंकों की जमा योजना से बढ़िया रिटर्न सुकन्या समृद्धि योजना में जरूर मिलता है।

जैसे: यदि आप ELSS में पैसा निवेश करते हैं, तो औसतन साल का 12 से 14% तक रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा बाजार में ऐसी कई मैचुअल फंड भी मौजूद हैं, जो सुकन्या समृद्धि योजना से काफी अधिक रिटर्न देते हैं। निवेश और रिटर्न दृष्टि से देखा जाए तो निवेश बाजार में पैसा लगाना सुकन्या समृद्धि योजना से अधिक लाभदायक है।

5 वर्ष से पहले बंद नहीं हो सकता है सुकन्या समृद्धि खाता

सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खुला हुआ खाता आप 5 साल से पहले किसी भी परिस्थिति में बंद नहीं कर सकते हैं। बेटी की आयु 18 साल होने पर अकाउंट से 50% की धनराशि निकाल सकते हैं। बेटी की आयु 21 वर्ष होने के पश्चात शेष 50% की धनराशि निकाल सकते हैं। कुछ विशेषस्थिति में सुकन्या समृद्धि अकाउंट बंद किया जा सकता है जैसे  बेटी को कोई गंभीर बीमारी या अभिभावक की मृत्यु असमय हो जाये।

अधिकतम आयु 10 साल होना

सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान : बेटी की आयु 10 साल होने के बाद यदि माता पिता सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अकाउंट खुलवाना चाहते हैं, तो अकाउंट नहीं खुलेगा जो इसका एक बड़ा नुकसान है। Sukanya Samriddhi Yojana के तहत 10 साल होने के पहले तक ही खाता खोला जाता है।

माता पिता को छोड़कर बेटी को मिलेगा लाभ का पैसा

सुकन्या समृद्धि योजना का एक नुकसान यह भी है कि पालिसी के मैच्योरिटी हो जाने के बाद पैसा केवल बेटी ही निकाल सकती है। बेटी के नाम से सुकन्या समृद्धि अकाउंट में जामा पैसा माता-पिता नहीं निकाल सकते है। 21 वर्ष पूरा होने के बाद इस योजना में खुला अकाउंट का विस्तार नहीं किया जा सकता है। बेटी के 21 वर्ष होने के बाद अकाउंट से पूरा पैसा निकालने के बाद सुकन्या अकाउंट बंद कर दिया जाता है।

एक परिवार में अधिकतम 2 बेटी के लिए ही खुलवा सकते सुकन्या समृद्धि अकाउंट

सुकन्या समृद्धि योजना में एक परिवार में केवल दो बेटियों के लिए खुलवा सकते हैं, यदि तीसरी या चौथी बेटी है तो इसके तहत उनका खाता खोलने की अनुमति नहीं है। जी परिवारों में दो से अधिक बच्ची है तो उनको परेशानी होगी, यह इस योजना की बड़ी कमी है। इससे अनेको परिवारों में कई लड़कियां इस योजना का लाभ नहीं ले पातीं। परन्तु दूसरी लड़की, जुड़वा या तिड़वा पैदा हुई हैं तो फिर तीसरी या चौथी लड़की को सुकन्या समृद्धि का लाभ मिल सकता है।

मैच्योरिटी के बाद खाता-विस्तार की सुविधा नहीं

बिटिया के 21 साल पूरा होने के बाद सारा पैसा निकाल कर दे दिया जाता है और इसके बाद खाता को बंद कर दिया जाता है। यदि आप अकॉउंट की अवधि बढाकर विस्तार करना चाहते है तो आप अकाउंट की अवधि आगे नहीं बढ़वा सकते, परन्तु बाजार में ऐसी कई योजनाए उपलब्ध है जिसमे आप अवधि आगे बढ़वा सकते है और रिटर्न भी अच्छा मिलेगा।

50% तक शिक्षा के लिए निकालने की अनुमति

सुकन्या समृद्धि अकाउंट से आप बेटी के शिक्षा के लिए राशि निकाल सकते है परन्तु इसका एक यह भी नुकसान है कि  केवल 50% तक ही शिक्षा के लिए निकाल सकते हैं। बाकि बेटी के आयु 21 साल होने के बाद निकाल पाएंगे।

सगे संबंधी को खाता खुलवाने की अनुमति नहीं है

सुकन्या समृद्धि योजना में किसी भी लड़की का खाता केवल उसके माता-पिता ही खुलवा सकते हैं। कानूनी प्रक्रिया से लड़की को गोद लेने वाले माता-पिता भी सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बच्ची का अकाउंट खुलवा सकते हैं। जबकि बच्ची के सगे संबंधि जैसे: नाना-नानी, दादा दादी, मौसा मौसी, चाचा-चाची, भाई-बहन, आदि सुकन्या समृद्धि खाता नहीं खुला सकते हैं।

ऑनलाइन खाता खोलने की सुविधा नहीं

पिछले कुछ वर्षों में बैंक, पोस्ट ऑफिस, और अन्य कम्पनिओं द्वारा अनेको सुविधाएं जैसे कि पैसा ट्रांसफर , ऑनलाइन भुगतान , रिचार्ज आदि ऑनलाइन कर दी गई हैं। परन्तु आज भी इस डिजिटल समय में सुकन्या समृद्धि अकाउंट ऑनलाइन खोलने की सुविधा अभी भी प्रदान नहीं की गई है।

यदि आपको सुकन्या समृद्धि अकाउंट खुलवाना है तो बैंक अथवा ऑफिस में जाकर फार्म भरना ही होगा। हालांकि अकाउंट खुल जाने के बाद आप खाता में पैसा जमा , अकाउंट ट्रांसफर आदि ऑनलाइन कर सकते हैं।

संयुक्त सुकन्या खाता खुलवाले की सुविधा नहीं

सुकन्या समृद्धि योजना में खाता संयुक्त रूप से नहीं खोला जा सकता, यदि आपके घर में एक से अधिक बेटी है और आप उनका संयुक्त खाता खुलवाना चाहते हैं तो आप नहीं खुलवा सकते हैं।

बेटों के लिए खाता खुलवाने की सुविधा नहीं

इस योजना में केवल बेटियों के लिए ही खाता खुलवाने की सुविधा है, बेटों का सुकन्या खाता नहीं खोला जा सकता है। योजना का लाभ पाने के लिए घर में बेटी होना जरुरी है, यदि किसी परिवार में बेटी नहीं है तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

सुकन्या समृद्धि योजना

2015 में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत केंद्र सरकार द्वारा बेटियों की शिक्षा और समृद्धि के लिए सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की गई थी। योजना का आरम्भ बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए किया गया था। देश भर में यह योजना धीरे-धीरे काफी लोकप्रिय होता चला गया। बेटी के जन्म के बाद लोग भविष्य सुरक्षित करने के लिए सुकन्या समृद्धि अकाउंट (SSY Account) खुलवाते है। यदि आपके घर में भी 10 साल से कम आयु की बेटी है, तो आप अपने लाड़ली के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना खाता खुलवा सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना के नियम

सुकन्या समृद्धि योजना में 0 से 10 वर्ष तक की बच्चियों का खता खोला जाता है। इसमें आपको सिर्फ 15 वर्ष तक ही खाता में पैसा जमा करना पड़ता है। उसके बाद अगले 6 साल तक कोई पैसा जमा नहीं करना होगा, लेकिन ब्याज पुरे 21 साल का जुड़ता है। 21 वर्ष पूरे होने पर, पूरा पैसा ब्याज सहित खाता जिस लड़की के नाम से है उसके मिल जाता है, जिसके बाद अकाउंट बंद हो जाता है।

FAQ- Sukanya Samriddhi Yojana Nuksan

सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान क्या क्या हैं?

लंबे समय तक पैसा फंसा रहना,
एक साल में अधिकतम जमा राशि सीमा तय होना,
न्यूनतम राशि जमा नहीं हो पाने पर पेनल्टी का लग्न,
ब्याज दर बदलने की आशंका,
बाजार में उपलब्ध अन्य निवेश विकल्पों में ज्यादा रिटर्न का मिलना,
पाँच साल से पहले सुकन्या समृद्धि खाता बंद नहीं करवा सकते,
अधिकतम निवेश आयु 10 साल तय होना,
माता पिता को छोड़कर बेटी को लाभ पैसा मिलना,
एक परिवार में अधिकतम 2 बेटी का खाता खुलना,
मैच्योरिटी के बाद खाता-विस्तार नहीं होना,
शिक्षा के लिए अधिकतम 50% तक निकालने की अनुमति,
सगे संबंधी को खाता खुलवाने की अनुमति नहीं,
ऑनलाइन खाता खोलने की सुविधा नहीं,

सुकन्या समृद्धि योजना में मृत्यु होने पर क्या होगा?

सुकन्या समृद्धि योजना में खाताधारक की मृत्यु हो जाने पर सुकन्या समृद्धि खाते में जमा रकम बेटी के अभिभावक (कानूनी माता-पिता) को  पैसा ब्याज सहित वापस दी जाएगी। इसके लिए अभिभावक को संबंधित प्राधिकारी द्वारा जारी मृत्यु प्रमाण पत्र जमा करना होगा और खाता बंद करना होगा।

सुकन्या समृद्धि में पैसा जमा नहीं करने पर क्या होगा?

सुकन्या समृद्धि में न्यूनतम राशि जमा नहीं करने पर पेनाल्टी लगाया जाता है, सुकन्या समृद्धि खाता में खता स्वामी द्वारा 250 रुपए की न्यूनतम जमा नहीं कर पाने पर 50 रुपए का आर्थिक दंड देना होगा।

क्या सुकन्या समृद्धि योजना खाता बंद करवा सकते हैं?

सरकार के कुछ नियमों के कारण सुकन्या समृद्धि योजना खाता 5 साल से पहले बंद नहीं किया जा सकता है, परन्तु कुछ षस्थिति जैसे बच्ची के माता पिता या बच्ची की मृत्यु होने पर व गंभीर बिमारी की स्थिति में आप सुकन्या समृद्धि खाता बंद करवा सकते हैं। बेटी की आयु 18 साल होने पर 50% राशि और 21 वर्ष होने पर पूरा पैसा निकाल कर खाता को बंद किया जा सकता है।

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